आज सुबह से पत्नी की तबियत खराब थी, हम पत्नी को ले कर गोमती नगर डॉक्टर के यहां दिखाने निकले वहां जाकर पता चला कि पैसे तो हम दोनों घर ही पर भूल आए हैं।
हम पत्नी को हॉस्पिटल छोड़ कर घर की तरफ निकले पैसे लेने ठीक I.T. चौराहे (लखनऊ) पर इंस्पेक्टर ट्रैफिक #मोहर_अली जी ने मेरी गाड़ी रोक ली और पूछताछ की, हमने बताया ही था कि... मोहर अली साहब ने कहा पैसे हमसे लो घर जाने की क्या आवश्यकता है बताओ कितने पैसे देने है, यह बात सुन कर मेरे दोनों हाथ उनकी ओर जुड़ गए और हमने सिर भी पकड़ लिया बस आंसू नहीं निकले।
ऐसे समय में हम लोगो को इंस्पेक्टर ट्रैफिक मोहर अली साहब और उन जैसे पुलिस वाले और अन्य सरकारी कर्मचारियों का तहेदिल से शुक्रिया और सैलूट करना चाहिए कि वो इस घड़ी में भी हम लोगों के लिए तत्पर हैं।
ट्रैफिक इंस्पेक्टर मोहर अली साहब ने इलाज दिये पैसे