मुजफ्फरनगर। यहां नगर एव ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिये देशभर में चल रहे लॉकडाउन-4 के चलते इस बार मुस्लिम समुदाय का सबसे बडा पर्व ईदुल फितर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाया गया। कोरोना वायरस महामारी देश में विकराल रूप लेती जा रही है और देश में इसी कारण लाकडाउन भी लगा हुआ है। उसी के चलते शासन प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग, फेस मास्क व सैनिटाइजर आदि का ध्यान रखते हुए हर कार्य करें, उसी को अमलीजामा पहनाते हुए मुजफ्फरनगर के समस्त मुस्लिम समाज ने ईद का त्यौहार घरों में रहकर सोशल डिस्टेसिंग के साथ मनाया। इस बार खास बात ये भी रही कि लोग सड़कों पर बहुत ही कम संख्या में ईद मनाते दिखाई दिए। मुस्लिम समाज के लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखते हुए ईद का त्यौहार मनाया और साथ ही साथ सभी एक दूसरे को जागरूक करते भी नजर आए। कई जगह तो लोगों ने अपने घरों में ईद की शीर के साथ अपने दस्तरखान पर सैनिटाइजर भी रखा हुआ था, जिससे कोई भी बाहरी व्यक्ति यदि आए तो वो अपने हाथों को अच्छी तरह साफ करे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोई भी किसी से गले नहीं मिला और ना ही किसी से हाथ मिलाया। कहा जा सकता है कि आज मुस्लिम समाज ने जागरूकता दिखाते हुए इस ईद पर एक अच्छा संदेश देने का काम किया। सभी एक-दूसरे को फोन पर ही ईद की बधई देना उचित समझा। इस बार मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद पर ईदगाह व मस्जिद में न जाकर घरों में ही नमाज अदा की। इसके पश्चात परिवार के साथ घर में ही ईद मनाई। ऐसा पहली बार हुआ है, कि पडौसियों को भी दूर से ही ईद की बधई दी गई। ईइ का त्यौहार सादगीपूर्ण तरीके से मनाया गया। और दुआए मांगी गईं।
लाॅकडाउन का पालन कर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मनाया ईद का त्यौहार