लाॅक डाउन के दौरान गरीबों के लिए गरीब बना सहारा  ।।  

 डयुटी पर मुस्तैदी से तैनात Co आशीष प्रताप सिंह कोतवाल संतोष कुमार एंव पुलिस कर्मियों व कर्मचारियों का फूलों से स्वागत
खतौली। कोरोना जैसी गंभीर महामारी के चलते अपनी जान को जोखिम में डालकर देश हित में जनता की सेवा करने वाले सफाई कर्मचारी, पुलिस विभाग की टीम समेत मीडिया कर्मियों का नगरवासियों ने फूल डालकर स्वागत किया। इस अवसर पर समाजसेवी सुभाष सिंह ने पचास हजार का चैक सीओ खतौली को राहत कोष के लिए सौपा, वही कांता स्वरूप सिंघल के पुत्र चिराग सिंघल ने भी पच्चीस हजार रुपये तथा प्रमोद कुमार ने दस हजार का चैक एसडीएम खतौली को प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए दिया। स्वागत करने वालों में विनीत ठाकुर, अमित ठाकुर, अभिषेक, श्याम रहेजा, दर्पण गुप्ता, नईम अख्तर कुरैशी, मोहसीन, नासिर सिद्वीकी, मोहम्मद अली जोहर, विपिन, संजय, सचिन, राजन आदि शामिल थे।                  
 जबकि जनपद मुज़फ्फरनगर तहसील खतौली के गांव पुरबालियान में रहने वाले भूरा सैफी एक गरीब परिवार से ताल्लूक रखता है। उसके पिता राजमिस्त्री का काम करते थे, पिता की मौत के बाद उसने अपने परिवार को संभाला और फबेरिकेशन आदि का काम कर अपने परिवार का पालन किया। चूंकि गरीब परिवार से होने के नाते उसे गरीब का दर्द पता है, इसलिए भूरा सैफी ने कोरोना वायरस को लेकर किए गए लाॅक डाउन के दौरान गरीबों का दर्द जाना। गांव में वैसे तो रसूकदार अन्य भी व्यक्ति है, लेकिन उसने आगे बढकर गरीबों के यहां राशन वितरण का काम शुरू कर दिया। भूरा सैफी ने बताया कि उसने परिवार के लोगों ने इकठठा किया गया रुपया गरीबों के राशन वितरण के लिए दिया। लाॅक डाउन के दौरान भूरा कई दर्जन गरीब परिवारों के चुल्हें जलवाने में सहायक सिद्ध हुए। लाॅक डाउन के दौरान अधिकांशत सामाजिक संगठन, राजनैतिक संगठन, व्यापारी ही आगे आए है, लेकिन यह पहला गरीब परिवार ऐसा है जो गरीबों की पेरशानी को देखकर आगे आया। गरीबों ने गरीब परिवार द्वारा की गई मदद की सराहना की। खतौली से जीशान खान की रिपोर्ट