176 देशों में संक्रमण और 8,969 मौतें: भीड़ रोकने के लिए अमेरिका अंतिम संस्कार की लाइव स्ट्रीमिंग करेगा; न्यूजीलैंड में विदेशियों के प्रवेश पर रोक

कोरोनावायरस अब दुनिया के लगभग सभी देशों तक पहुंच चुका है। गुरुवार सुबह तक कुल 176 देश इसकी चपेट में आ चुके हैं। अब तक 8,969 लोगों की मौत और 2 लाख 19 हजार 952 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अच्छी बात ये है कि 85,745 मरीज ठीक भी हुए हैं। सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सरकार जल्द ही आपातकालीन बजट ला सकती है। वॉशिंगटन के सबसे बड़े फुटबॉल मैदान को हॉस्पिटल में तब्दील किया जा रहा है। यहां जल्द ही अंतिम संस्कारों की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू की जा सकती है। इसका मकसद भीड़ जुटने से रोकना है। न्यूजीलैंड सरकार ने गुरुवार से देश में सभी तरह के विदेश यात्रियों के प्रवेश पर रोक लगा दी। 



न्यूजीलैंड : सभी विदेशियों के प्रवेश पर रोक
न्यूजीलैंड ने गुरुवार को सभी विदेशियों के देश आने पर रोक लगा दी। प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्देन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमें कोरोनावायरस से अपने देश को बचाने के लिए कुछ सख्त फैसले लेने होंगे। इन पर पूरी तरह अमल भी जरूरी है। आपने देखा होगा कि दुनिया के कई देशों ने विदेशी नागरिकों के आने पर रोक लगा दी है। हमें भी अपनी सीमाओं की कड़ी निगरानी करनी होगी।” इस ऐलान के बाद न्यूजीलैंड में स्थायी, अस्थायी या स्टूडेंट वीजा सस्पेंड माने जाएंगे। 



न्यूजीलैंड सरकार ने गुरुवार को अगले आदेश तक विदेश यात्रियों के देश में प्रवेश पर रोक लगा दी। (फोटो बुधवार को क्राइस्टचर्च का)।


अमेरिका : अंतिम संस्कार में हिस्सा लेना भी मुश्किल


अमेरिका में सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (सीडीसी) जल्द ही लोगों के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने पर रोक लगा सकता है। जिन लोगों के परिचितों का निधन हुआ है, उनके लिए प्रशासन लाइव स्ट्रीमिंग का विकल्प देने जा रहा है। इसका मकसद ये है कि इस दौरान जुटने वाली भीड़ को रोका जा सके। ट्रम्प सरकार पहले ही 10 से ज्यादा लोगों के जुटने पर रोक लगा चुकी है। 



चीन के वुहान शहर में हालात अब काबू में हैं। हालांकि, प्रशासन ने अब भी प्रतिबंधों में ढील नहीं दी है। 


ब्रिटेन : 10 हजार सैनिक और तैनात होंगे
संक्रमण रोकने के लिए जारी निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के लिए ब्रिटेन 10 हजार अतिरिक्त सैनिक तैनात करने जा रहा है। कुछ दिन पहले इतने ही सैनिक सड़कों पर उतारे जा चुके हैं। ब्रिटेन के रक्षा विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी।  



वुहान शहर में सैनिटाइजेशन के लिए स्पोर्ट्स रोबोज का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। 


ब्रिटेन : स्कूल बंद- परीक्षाएं रद्द
ब्रिटेन के शिक्षा मंत्री गेविन विलियम्सन ने गुरुवार को कहा, “शुक्रवार से हम देश के सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद करने जा रहे हैं। इस दौरान गरीब छात्रों को निशुल्क भोजन सुविधा जारी रहेगी। सभी तरह की परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं।” 



बुधवार को अमेरिका के मियामी एयरपोर्ट पर मौजूद लोगों की स्क्रीनिंग करती मेडिकल टीम। 


चीन : वुहान पर पैनी नजर


कोरोनावायरस चीन के वुहान शहर से ही शुरू हुआ था। यहां बुधवार को कोई नया मामला सामने नहीं आया। लेकिन, प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। एक अफसर ने कहा, “हम अगले 14 दिन हालात पर पैनी नजर रखेंगे। अगर इस दौरान कोई नया मामला सामने नहीं आया तो शहर पर लगे प्रतिबंध धीरे-धीरे हटाए जाएंगे।” 



स्पेन में मंगलवाल को एक महिला जब बिना मास्क के नजर आई तो सुरक्षाकर्मी ने उससे पूछताछ की। 


अमेरिका : फुटबॉल मैदान में अस्पताल
वॉशिंगटन के किंग काउंटी फुटबॉल मैदान को अस्पताल में तब्दील किया गया है। यहां 200 बेड लगाए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि यहां सिर्फ संदिग्ध रखे जाएंगे। जिन मरीजों को पॉजिटिव पाया जाएगा उनका इलाज अस्पतालों में ही होगा। यह कदम इसलिए उठाया गया है कि अमेरिका में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। आशंका है कि अस्पतालों में बेड कम पड़ सकते हैं। लिहाजा, उन जगहों का चुनाव किया जा रहा है जहां संदिग्धों को आईसोलेट किया जा सके। 



बुधवार शाम अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित डेट्रॅायट के एम्बेसेडर ब्रिज से गुजरते ट्रक। इनमें मेडिकल उपकरण और जरूरी सामान था।


ट्रम्प प्रशासन : आपातकालीन बजट जारी हो सकता है


कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अमेरिकी सरकार जल्द ही एक आपातकालीन बजट जारी कर सकती है। सीनेट और कांग्रेस से जल्द ही इस संबंध में बातचीत की जाएगी। हालांकि, राष्ट्रपति को भी यह विशेषाधिकार है कि वो इमरजेंसी में किसी राज्य या पूरे देश के लिए बजट जारी कर सकें। बाद में इसे संसद मंजूरी दे देती है। 


अमेरिका : दो सांसद भी संक्रमित
न्यूज एजेंसी के मुताबिक अमेरिका के दो सांसद भी कोरोनावायरस की चपेट में आ गए हैं। गुरुवार सुबह मिली जानकारी के अनुसा, मारियो डियाज बलार्ट और बेन मैक्एडम्स को पॉजिटिव पाया गया है।



इजराइल की लेबनान से लगी सीमा पर सुरक्षा बल संक्रमण की भी जांच कर रहे हैं। 


इटली : काबू से दूर संक्रमण
इटली सरकार ने अब तक संक्रमण रोकने के जितने उपाय किए हैं, वो बहुत कामयाब नहीं रहे। चीन का मेडिकल स्टाफ यहां करीब 5 दिन से डेरा जमाए है। गुरुवार सुबह तक यहां कुल 35,713 मामले सामने आए। 2,978 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। यहां 24 घंटे में 475 लोगों की मौत हुई है। एक दिन में मरने वालों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। माना जा रहा है कि गुरुवार को इटली सरकार और सख्त कदम उठा सकती है।



मिलान में बुधवार को एक हेल्थ वर्कर मरीज की जांच को जाती हुई। 


ईरान : सुधार की उम्मीद
ईरान सरकार ने संक्रमण रोकने के लिए बेहद सख्त आदेश जारी किए। यहां लोगों के बाजारों और धार्मिक स्थानों पर जाने पर भी रोक लगा दी गई है। आज यहां सरकार ताजा हालात पर समीक्षा कर सकती है। अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से ईरान में पहले ही काफी दिक्कतें हैं। यहां बैंकों में काजकाज जारी है। 



बुधवार को तेहरान की एक बैंक में मास्क लगाकर काम करती कर्मचारी। 


सिंगापुर : जानकारी नहीं दी तो जेल
सिंगापुर में विदेशी पर्यटक और कामकाजी लोग ज्यादा आते हैं। यहां का एयरपोर्ट दुनिया के सबसे व्यस्त हवाईअड्डों में से एक है। सिंगापर में अब तक 147 मामले सामने आए हैं। ज्यादातर संक्रमित चीन और मलेशिया के नागरिक हैं। प्रशासन ने कहा है कि संक्रमण की जानकारी नहीं देने वालों को 6 महीने जेल या 10 हजार डॉलर का जुर्माना भरना पड़ेगा।



बुधवार को सिंगापुर के एक बाजार से गुजरती महिला। यहां संक्रमण छुपाने पर 6 महीने सजा का आदेश दिया गया है।



ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में क्राइस्ट द रिडीमर स्टैच्यू पर उन देशों के राष्ट्रध्वज लगाए गए, जहां अब तक संक्रमण पहुंच चुका है। 


चीन में घरेलू संक्रमण का कोई मामला नहीं, बाहर से आए 34 मरीज
चीन ने गुरुवार सुबह कहा कि जनवरी के बाद यह पहला मौका जब बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस का कोई घरेलू मामला सामने नहीं आया। हालांकि, इसी दौरान 34 ऐसे मरीजों की पहचान की गई जो दूसरे देशों से चीन पहुंचे। यह दो हफ्तों में विदेश से आने वाले संक्रमितों की सबसे बड़ी संख्या है। देर शाम चीन की हेल्थ मिनिस्ट्री इस बारे में विस्तार से जानकारी दे सकती है। 



बीजिंग में बुधवार को मास्क पहने एक दंपती। 


पाकिस्तान : विदेश मंत्री आइसोलेशन में


मंगलवार को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन यात्रा पर थे। यहां से लौटने के बाद कुरैशी को गले में दर्द और बुखार की शिकायत हुई। कुरैशी ने खुद को घर में ही आइसोलेट कर लिया है। वे परिवार के सदस्यों से भी नहीं मिल रहे हैं। दूसरी तरफ, बुधवार रात तक पाकिस्तान में संक्रमण के 301 मामले सामने आ चुके थे। दो लोगों की मौत हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूलों में आइसोलेशन सेंटर्स बनाए गए हैं। आरोप है कि यहां मास्क, सैनिटाइजर और दवाओं के साथ ही डॉक्टरों की भी किल्लत है। 



मंगलवार दोपहर लाहौर के एक स्कूल के बाहर बच्चों को संक्रमण से बचाव के उपाय सुझाता कर्मचारी। 



बुधवार को सऊदी अरब के रियाद एयरपोर्ट पर जांच के लिए कतार में खड़े यात्री। 


इजराइल : किसी विदेशी को देश आने की इजाजत नहीं
इजराइल सरकार और सेना संक्रमण से निपटने के लिए हर तरह के उपाय कर रहे हैं। गुरुवार को नेतन्याहू सरकार ने एक और सख्त कदम उठाते हुए देश में किसी भी विदेशी के आने पर रोक लगा दी। यह प्रतिबंध सभी देशों के लिए है, लेकिन मेडिकल एक्सपर्ट्स और इमरजेंसी फैसिलिटीज को इससे अलग रखा गया है। 



जॉर्डन में लॉकडाउन को कामयाब बनाने के लिए सेना को सड़कों पर उतार दिया गया है।  


ये देश सबसे ज्यादा प्रभावित

































































देश मामलेमौत
चीन 80,928    3,245
इटली35,713    2,978
ईरान17,361  1,135
स्पेन14,769   638
जर्मनी12,327   28    
अमेरिका9,464    155
फ्रांस9,134    264
दक्षिण कोरिया8,565   91
स्विट्जरलैंड3,115    33
ब्रिटेन2,626    104
भारत1723

(नोट: आंकड़े गुरुवार 19 मार्च दोपहर तक के हैं।)