पालिका का जार्च मिलने पर विपक्षी खेमे में बैचेनी का माहौल

मुजफ्फरनगर। नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर में अक्सर विवादो को दौर रहा है। लेकिन वही बाजी भी असर अध्यक्ष ने ही मारी है  नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती अंजू अग्रवाल के लिए वर्ष का आगाज नकारात्मक रहा है। लेकिन फरवरी में वह विपक्ष पर भारी पड़ती नजर आयी हैं। हाल ही में वह अपने लगाए गये मास्टर स्ट्रोक के चलते स्टेनो गोपाल त्यागी की तहसील सदर से पालिका कार्यालय में वापसी कराने में सफल रहीए तो अब भाजपा सरकार में उनका एक पद देते हुए मान भी बढ़ाया है। इस संबंध में आदेश प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह के द्वारा जारी किये गये। पालिकाध्यक्ष को इस प्रकार से पद मिलने पर है। उत्तर प्रदेश शासन ने नगरपालिका परिषद मुजफ्फरनगर की चेयरमैन श्रीमती अंजू अग्रवाल को एक महत्वपूर्ण कमेटी ;प्रबंध मंडल के गठन के लिए नामितद्ध में बतौर सदस्य नामित करते हुए उनका मान बढ़ाने का काम किया है। सूत्रों के अनुसार इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन के नगर विकास अनुभाग.9 के अन्तर्गत प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह की ओर से उपसचिव कल्याण बनर्जी ने पत्र जारी किया है। यह पत्र 17 फरवरी का हैै। प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज सिंह की ओर से जारी इस पत्र में बताया गया है कि नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान गोमतीनगर विस्तार लखनऊ के संचालन के लिए बनाये गये संविधान एवं नियमावली तथा स्मृति पत्र के प्राविधानों के अन्तर्गत सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट के अधीन पंजीकरण की कार्यवाही किया जाना प्रस्तावित है। इस संस्थान के प्रबंध मण्डल के गठन के लिए सदस्यों को शासन द्वारा एक वर्ष के लिए नामित किया जाना है। इनमें नगरपालिका परिषद् मुजफ्फरनगर की अध्यक्ष श्रीमती अंजू अग्रवाल का नाम भी शामिल है। उनको प्रबन्ध कमेटी में बतौर सदस्य एक वर्ष के लिए नामित किया गया हैए जबकि उनके अलावा लखनऊ नगर निगम के महापौर नवीन कुमार जैनए नगर आयुक्त लखनऊ डाण् इन्द्रमणि त्रिपाठी सहित अन्य निकायों के चेयरमैन और लखनऊ प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी सदस्य नामित किये गये हैं। अंजू अग्रवाल कांग्रेस पार्टी से हैं और भाजपा की सरकार में कांग्रेसी चेयरमैन को किसी महत्वपूर्ण कमेटी में सदस्य बनाने को लेकर जिले में हलचल मच गयी है। विपक्षी खेमा भी सक्रिय हो गया है। वहीं दूसरी ओर श्रीमती अंजू अग्रवाल का कहना था कि वह शासन के द्वारा दी गयी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाएंगी।