मुजफ्फरनगर।
1. जनपद की चीनी मिलों ने किया 1015 करोड़ का भुगतान
2. जनपद की मिलों ने किया 62.87 ला.कु. गन्ने का अतिरिक्त सट्टा
3. अब तक 521.33 ला.कु. गन्ने की खरीद
4. अतिरिक्त सट्टे से 88150 किसानों को हुआ लाभ
जनपद की चीनी मिलों द्वारा शासन/जिला प्रशासन के निर्देशों के क्रम में कुल 1015 करोड़ रूपये का भुगतान करते हुए संबंधित समितियों को भेज दिया है। गत वर्ष तक इसी अवधि में चीनी मिलांे द्वारा कुल 798 करोड़ रूपये का भुगतान किया गया था। इस प्रकार चीनी मिलों ने इस वर्ष 217 करोड़ रूपये का अधिक भुगतान किया है। चीनी मिलवार गन्ना मूल्य भुगतान की स्थिति निम्न प्रकार हैः-
नाम चीनी मिल गन्ना मूल्य भुगतान (करोड़ रूपये में) भुगतान की तिथि
खतौली 300.38 19.01.2020 तक
तितावी 108.44 26.12.2019 तक
भैसाना 16.12 06.11.2019 तक
मन्सूरपुर 185.76 23.01.2020 तक
टिकौला 281.74 08.02.2020 तक
खाईखेडी 50.20 23.12.2019 तक
रोहाना कलां 24.10 31.12.2019 तक
मोरना 48.53 26.12.2019 तक
जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि जनपद में इस बार गन्ने की पेड़ी की पैदावार अच्छी है इसलिए चीनी मिलों का अतिरिक्त सट्टा बढया गया है। अतिरिक्त सट्टे से ऐसे किसानों को फायदा मिला है, जिनका बेसिक कोटा उस फैक्ट्री की औसत गन्ना आपूर्ति से कम है। ई.आर.पी. व्यवस्था के अन्तर्गत सभी तरह के किसानों को फायदा मिल रहा है तथा फैक्ट्री औसत से कम बेसिक कोटा वाले किसानों को भी अपने पास उपलब्ध गन्ने की आपूर्ति कर अपना बेसिक कोटा बढाने का मौका मिला है। चीनी मिलवार अतिरिक्त सट्टा एवं लाभन्वित किसानों का विवरण निम्नवत है-
चीनी मिल का नाम अतिरिक्त सट्टा (ला.कु. में) लाभान्वित किसानों की संख्या
खतौली 10.19 21731
तितावी 12.31 19725
भैसाना 17.17 13441
मन्सूरपुर 7.07 7429
टिकौला 4.97 16244
खाईखेडी 8.78 7059
रोहाना 2.38 2521
योग 62.87 88150
जिला गन्ना अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि ई.आर.पी. व्यवस्था में ओवरवेट का आॅनलाइन एडजस्टमेन्ट होने से गन्ना आपूर्ति कलेण्डर भी नियमित रूप से रोटेट हो रहा है। पहले ओवरवेट का आॅनलाइन एडजस्टमेन्ट न होने से कतिपय किसानों को ही गन्ना आपूर्ति में लाभ होता था और उनका बेसिक कोटा बढ़ता रहता था जबकि इस व्यवस्था से छोटे व मध्यम वर्ग के किसानों को काफी लाभ पहुॅच रहा है। इस व्यवस्था से माफिया प्रवृति के लोग बाहर हुए हैं तथा सामान्य किसानों को लाभ हो रहा है। ई.आर.पी. से व्यवस्था पारदर्शी हुई है। किसान भाई घर बैठे ही वेबे पोर्टल बंदमनचण्पद और ई गन्ना एप से गन्ना पर्ची, तौल, भुगतान आदि की व्यवस्था से अब तक जनपद में 15000 से अधिक डबल, भूमिहीन व मृतक बाण्डों को बंद किया जा चुका है। किसान भाई व्यवस्था में सहयोग दें, गन्ना विकास विभाग और जिला प्रशासन उनके हितों के प्रति संकल्पित है।