एक हत्यारे द्वारा 23 बच्चों को घर में बनाया बंधक

 फर्रुखाबाद - जनपद मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर करथिया गांव में   एक हत्यारे द्वारा 23 बच्चों को घर में बंधक बना लिया था करीब 8 घंटे बाद बंधक बनाए गए बच्चों को ऑपरेशन चलाकर पुलिस ने मुक्त कराया। ऑपरेशन के दौरान बच्चों को बंधक बनाने वाला सुभाष बाथम मार गया। उसकी पत्नी रूबी को ग्रामीणों ने पीट दिया। इसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गई और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। हत्यारे ने जिस बच्ची के बर्थडे के बहाने बच्चों को घर पर बुलाया था। वह अभी पुलिस के पास है।
सुभाष के घर से बचकर आए 12 साल के विनीत ने बतायाए श्जब हम सब लोग सुभाष बाथम के घर पहुंचे तो उसने दरवाजा बंद कर दिया। हम सभी बच्चों को तहखाने में लेकर चला गया। वहां पर उसने सभी से कहा कि कोई रोया तो बारूद से उड़ा दूंगा। कुछ बच्चे रोने लगे तो उसकी पत्नी बच्चे को समझाती थी। यही नहींए जब सुभाष बच्चों पर गुस्सा करता तो वह उसे भी समझाने की कोशिश करती थी। उसने बच्चों के साथ मारपीट नहीं की। उसने गांव के व्यक्ति से बच्चों के नाम पर बिस्किट और अपने लिए शराब मंगाई थी। कुछ बिस्किट बच्चों को दिए तो कुछ खुद खाए। बच्चों के सामने ही लगातार शराब भी पीता रहा। उसकी पत्नी भी डरी हुई लग रही थी।
गांव की एक अन्य महिला सोनी का 5 साल का बेटा थी सुभाष के घर में बंधक बनाए बच्चों में था। सोनी ने बताया कि जब काफी देर तक मेरा बच्चा नहीं लौटा तो हम उसके घर गए। वहां दरवाजा खटखटायाए लेकिन दरवाजा खुला नहीं। थोड़ी देर बाद हत्यारे सुभाष ने घर की छत से धमकी देनी शुरू कर दी। बोला डीएम.एसपी को बुलाओ। हम लोग डर गए। गांव में उसके करीबी को समझाने के लिए भेजा। लेकिन उसे भी गोली मार दी। सोनी ने बताया कि बच्चों को बंधक बनाने के दौरान ही सुभाष ने अपने बच्चे का बर्थडे भी बनाया था और बच्चों को केक भी खिलाया था बच्चों को बंधक बनाए जाने की खबर पर आसपास के गांव के करीब 5 हजार लोग पहुंच गए थे। गांव के भी लगभग सभी पुरुष वहां पहुंच गए थे। भारी संख्या में  पुलिसकर्मी भी मौके पर थे।फर्रुखाबाद एसपी डॉण् अनिल मिश्रा ने बतायाए श्सुभाष बाथम अपने घर के मुख्य दरवाजे के छेद से फायरिंग कर रहा था। उसने एक तार से बम को कनेक्ट कर रखा था। जब यह धमाका हुआ तो नजदीक की एक दीवार भी ढह गई थी। पुलिस टीम मकान के पिछले दरवाजे से घर के अंदर दाखिल हुई थी। फिर सुभाष फायरिंग करते हुए बाहर की तरफ भागने लगा। उसके साथ पत्नी रूबी भी थी। बाहर भीड़ ने उनकी पिटाई की। क्रॉस फायरिंग में सुभाष और भीड़ की पिटाई वजह से रूबी की मौत हो गई।